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JLN स्टेडियम में आवारा कुत्तों का हमला, दो विदेशी कोच घायल

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Source: Ground Report

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3 अक्टूबर की सुबह जब Para Athletics विश्व चैंपियनशिप के आयोजक और एथलीट तैयारी में जुटे थे, एक अप्रत्याशित और चिंतित कर देने वाली घटना ने स्टेडियम परिसर में हलचल मचा दी। JLN स्टेडियम (जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम) के वॉर्म-अप ट्रैक पर अभ्यास के दौरान, केन्याई स्प्रिंट कोच Dennis Mwanzo और जापानी सहायक कोच Meiko Okumatsu अचानक आवारा कुत्तों के हमले का शिकार हो गए। 

जानकारी के अनुसार घटना सुबह लगभग 9:30 से 10:00 बजे के बीच हुई जब Mwanzo एक एथलीट के साथ स्टार्टिंग ब्लॉक्स की तैयारी कर रहे थे। उसी समय एक कुत्ता अचानक उनके निचले पैर पर झपटा और काट लिया। कोच को पहले स्टेडियम के मेडिकल रूम ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार किए गए। फिर उन्हें सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें एंटी-रेबीज़ टीका दिया गया। 

वॉर्म-अप ट्रैक पर ही, जापानी कोच Okumatsu भी अपने एथलीटों की तैयारी देख रही थीं, उसी दौरान एक अन्य कुत्ते ने उन पर हमला किया। वह भी तुरंत मेडिकल टीम द्वारा देखी गई और बाद में अस्पताल ले जाई गईं। इन दोनों मामलों में, आयोजकों ने यह पुष्टि की कि दोनों कोचों की स्थिति स्थिर है और वे अब खतरे से बाहर हैं। 

इस घटना को बड़ी चौंकाने वाली बात माना जा रहा है क्योंकि यह इस स्टेडियम में पेंटाथलॉन या किसी अन्य प्रमुख आयोजन के दौरान कुत्तों द्वारा हमले की पांचवीं घटना है। आयोजन समिति ने कहा कि 21 अगस्त 2025 को उन्होंने MCD से आधिकारिक तौर पर अनुरोध किया था कि JLN स्टेडियम परिसर को आवारा कुत्तों से खाली करा दिया जाए। MCD ने शुरुआत में इस अनुरोध पर कार्रवाई की थी । स्टेडियम परिसर से कुत्तों को हटाया गया और कुत्ते पकड़ने वाली गाड़ियां स्टेडियम में तैनात की गई थीं। 

नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित होने वाली विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का आयोजक भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) है, जो अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इस आयोजन को भारतीय खेल प्राधिकरण और भारत सरकार का भी समर्थन प्राप्त था। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) स्टेडियम के रखरखाव और आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान जैसे जमीनी स्तर के प्रबंधों में शामिल था।

आयोजक यह मानते हैं कि कुछ लोग लगातार कुत्तों को परिसर के आस–पास भोजन देते रहते हैं, जिससे ये फिर से आ जाते है।  दो अलग-अलग जगहों पर ये हमले हो सके। उन्होंने कहा कि दोनों कोच को तुरंत एथलीट मेडिकल रूम में देखभाल मिली, उसके बाद उन्हें अस्पताल भेजा गया। 

घटना के बाद, MCD और आयोजन समिति ने सुरक्षा और नियंत्रण बढ़ा दिए है। अब दो डॉग-कैचिंग टीमें स्टेडियम परिसर में स्थिर रूप से मौजूद है और त्वरित कार्रवाई के लिए वाहन भी तैयार रखे गए है ताकि आवारा कुत्तों को पकड़कर पशु आश्रय में भेजा जा सके। 

इस घटना ने न केवल आयोजन की सुरक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए है, बल्कि यह संकेत भी दिया है कि मेजबान देश के लिए ऐसी चुनौतिया कितनी खतरनाक हो सकती हैं जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोग जुड़े हों। 

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