प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2025 को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दो महत्वाकांक्षी कृषि-योजनाओं का औपचारिक शुभारंभ किया हैl दो योजनाओं में प्रधान मंत्री धन‑धान्य कृषि योजना (PM Dhan Dhanya Krishi Yojana) तथा दलहन आत्मनिर्भरता मिशन (Mission for Atmanirbhar in Pulses) है।
क्या है ये योजनाएं
प्रधान मंत्री धन‑धान्य कृषि योजना के तहत 100 जिलों को चयनित किया गया है, जिनमें कृषि-उत्पादकता, फसलों की विविधीकरण व सिंचाई व बुनियादी ढांचे के सुधार पर विशेष ध्यान होगा। योजना की अनुमानित अवधि 6 वर्ष है एवं इसकी शुरुआत वित्तीय वर्ष 2025-26 से ही होगी।
दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के तहत भारत को दालों की आयात-निर्भरता से मुक्त करने तथा घरेलू उत्पादन व कृषि-संरचना को मज़बूत करने का लक्ष्य है। इस योजना के अंतर्गत उड़द, मसूर, अरहर जैसी फसलों की खेती, संचित क्षमता, प्रसंस्करण इत्यादि बढ़ाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
कुल मिलाकर इन दोनों योजनाओं के लिए केंद्रीय बजट में लगभग 35,440 रु करोड़ का प्रावधान किया गया है। प्रधान मंत्री धन‑धान्य कृषि योजना के लिए लगभग 24,000 करोड़ रु का प्रावधान किया है l दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के लिए लगभग 11,440 करोड़ रु का प्रावधान किया गया है।
क्या-क्या शामिल होगा
100 चुनिंदा जिलों में कृषि-विकास, सिंचाई, फसल प्रसंस्करण, भंडारण सुविधा, किसान-सामूहिक संगठन (FPO), पशुपालन, मत्स्य पालन समेकित रूप से शामिल होंगे। दालों की खेती को बढ़ावा देने के लिए नए बगीचे, बीज-प्रोडक्शन, तकनीक-विस्तार, विपणन व्यवस्था तथा खरीद-प्रक्रिया को मजबूत किया जाएगा। मौजूदा 36 अन्य कृषि-संलग्न योजनाओं को एक समन्वित रूप से इस नई योजना के अंतर्गत लाया गया है ताकि संसाधनों का समुचित उपयोग हो सके।
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