...
Skip to content

पीएम मोदी ने किया दो नयी कृषि योजनाओं का शुभारंभ

Record rice production in Kharif 2024-25, while pulses decline
Record rice production in Kharif 2024-25, while pulses decline

REPORTED BY

Follow our coverage on Google News

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2025 को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दो महत्वाकांक्षी कृषि-योजनाओं का औपचारिक शुभारंभ किया हैl  दो योजनाओं में प्रधान मंत्री धन‑धान्य कृषि योजना (PM Dhan Dhanya Krishi Yojana) तथा दलहन आत्मनिर्भरता मिशन (Mission for Atmanirbhar in Pulses) है। 

क्या है ये योजनाएं

प्रधान मंत्री धन‑धान्य कृषि योजना के तहत 100 जिलों को चयनित किया गया है, जिनमें कृषि-उत्पादकता, फसलों की विविधीकरण व सिंचाई व बुनियादी ढांचे के सुधार पर विशेष ध्यान होगा। योजना की अनुमानित अवधि 6 वर्ष है एवं इसकी शुरुआत वित्तीय वर्ष 2025-26 से ही होगी। 

दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के तहत भारत को दालों की आयात-निर्भरता से मुक्त करने तथा घरेलू उत्पादन व कृषि-संरचना को मज़बूत करने का लक्ष्य है। इस योजना के अंतर्गत उड़द, मसूर, अरहर जैसी फसलों की खेती, संचित क्षमता, प्रसंस्करण इत्यादि बढ़ाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

कुल मिलाकर इन दोनों योजनाओं के लिए केंद्रीय बजट में लगभग 35,440 रु करोड़ का प्रावधान किया गया है। प्रधान मंत्री धन‑धान्य कृषि योजना के लिए लगभग 24,000 करोड़ रु का प्रावधान किया है l दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के लिए लगभग 11,440 करोड़ रु का प्रावधान किया गया है। 

क्या-क्या शामिल होगा

100 चुनिंदा जिलों में कृषि-विकास, सिंचाई, फसल प्रसंस्करण, भंडारण सुविधा, किसान-सामूहिक संगठन (FPO), पशुपालन, मत्स्य पालन समेकित रूप से शामिल होंगे। दालों की खेती को बढ़ावा देने के लिए नए बगीचे, बीज-प्रोडक्शन, तकनीक-विस्तार, विपणन व्यवस्था तथा खरीद-प्रक्रिया को मजबूत किया जाएगा। मौजूदा 36 अन्य कृषि-संलग्न योजनाओं को एक समन्वित रूप से इस नई योजना के अंतर्गत लाया गया है ताकि संसाधनों का समुचित उपयोग हो सके।

भारत में स्वतंत्र पर्यावरण पत्रकारिता को जारी रखने के लिए ग्राउंड रिपोर्ट को आर्थिक सहयोग करें।

अन्य वीडियो रिपोर्ट्स

राजगढ़: टाईप वन डायबिटीज़ से बच्चों की जंग

भोपाल का ‘कचरा कैफे’ पर्यावरण के लिहाज़ से एक खास पहल

ग्राउंड रिपोर्ट में हम कवर करते हैं पर्यावरण से जुड़े ऐसे मुद्दों को जो आम तौर पर नज़रअंदाज़ कर दिए जाते हैं।

पर्यावरण से जुड़ी खबरों के लिए ग्राउंड रिपोर्ट को फेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर फॉलो करें। अगर आप हमारा साप्ताहिक न्यूज़लेटर अपने ईमेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें। रियल-टाइम अपडेट के लिए हमारी वॉट्सएप कम्युनिटी से जुड़ें; यूट्यूब  पर हमारी वीडियो रिपोर्ट देखें।


आपका समर्थन अनसुनी की गई आवाज़ों को बुलंद करता है– इस आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए आपका धन्यवाद।

Author

Support Ground Report to keep independent environmental journalism alive in India

We do deep on-ground reports on environmental, and related issues from the margins of India, with a particular focus on Madhya Pradesh, to inspire relevant interventions and solutions. 

We believe climate change should be the basis of current discourse, and our stories attempt to reflect the same.

Connect With Us

Send your feedback at greport2018@gmail.com

Newsletter

Subscribe our weekly free newsletter on Substack to get tailored content directly to your inbox.

When you pay, you ensure that we are able to produce on-ground underreported environmental stories and keep them free-to-read for those who can’t pay. In exchange, you get exclusive benefits.

Your support amplifies voices too often overlooked, thank you for being part of the movement.

EXPLORE MORE

LATEST

mORE GROUND REPORTS

Environment stories from the margins