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सीहोर में बनेगी नई सब्ज़ी मंडी, मौजूदा मंडी में “पिछले 15 दिन से नहीं लगी झाड़ू”

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सीहोर में बनेगी नई सब्ज़ी मंडी, मौजूदा मंडी में "पिछले 15 दिन से नहीं लगी झाड़ू"
सीहोर में बनेगी नई सब्ज़ी मंडी, मौजूदा मंडी में "पिछले 15 दिन से नहीं लगी झाड़ू"

सीहोर शहर में 1 करोड़ रुपए की लागत से छावनी स्थित पुरानी सब्ज़ी मंडी (sabzi mandi sehore) को तोड़कर नई सब्ज़ी मंडी बनाई जानी है, इसका भूमिपूजन 3 अक्टूबर को नगरपालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर और विधायक सुदेश राय ने किया। ग्राउंड रिपोर्ट की टीम ने मौजूदा सब्ज़ी मंडी के हालातों का जायज़ा लिया और सब्ज़ी विक्रेताओं से बात की।

सीहोर नगरपालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर के मुताबिक, व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर नई सब्ज़ी मंडी का निर्माण किया जाएगा। इसमें नीचे के तल पर पार्किंग की सुविधा होगी और ऊपर व्यापारियों को दुकान लगाने के लिए जगह दी जाएगी। हालांकि यह काम कब शुरु होगा और कब तक पूरा होगा इसकी रुपरेखा अभी तक तय नहीं है। सब्ज़ी विक्रेता कहते हैं कि “नई सब्ज़ी मंडी जब बनेगी तब बनेगी, कम से कम अभी जो मंडी है वहां अगर झाड़ू ही लगवा दे नगरपालिका तो बहुत मेहरबानी होगी।”

sabzi mandi sehore
sabzi mandi sehore

यहां पिछले 40 वर्षों से सब्ज़ी की दुकान लगा रहे मोहम्मद अनीस कहते हैं

“पिछले 14 दिन से नगरपालिका के लोग यहां कचरा उठाने नहीं आए हैं। साफ सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जाता। यहां लोग दीवार के सहारे पेशाब करते हैं, बदबू से ग्राहक यहां मंडी में आना तक पसंद नहीं करते। नगर पालिका अध्यक्ष और विधायक जी से भी हमने शिकायत की लेकिन वो सिर्फ कह देते हैं कि करवा देंगे, होता कुछ नहीं।”

एक और सब्ज़ी विक्रेता नौशे कुरैशी बताते हैं

“यहां टंगे मकड़ी के जाले देखकर आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि साफ सफाई कब हुई होगी।” नौशे आगे कहते हैं “पहले सब्ज़ी की नीलामी भी यहीं छावनी में ही हुआ करती थी, लेकिन अब 5 किलोमीटर दूर गल्ला मंडी से हमें सुबह-सुबह सब्ज़ी लानी पड़ती है। वहां से सब्ज़ी लाने में किराया भाड़ा तो लगता ही है, साथ ही तरह तरह के टैक्स काटे जाते हैं, जिसकी वजह से इस काम में अब लाभ कम हो गया है। ऊपर से महंगाई की वजह से बढ़ रहे सब्ज़ी के दामों की वजह से ग्राहकी भी कम हो रही है।”

sabzi mandi sehore
sabzi mandi sehore

आपको बता दें कि सीहोर में मौजूदा सब्ज़ी मंडी टिन शेड की बनी हुई है, जिसकी वजह से यहां काफी गर्मी रहती है, जिससे सब्ज़ियां खराब होने का खतरा रहता है। ज्यादातर विक्रेता टिन शेड के नीचे दुकान न लगाकर खुले में सड़कों पर ठेला लगाते हैं, जिसकी वजह से सड़क पर यातायात प्रभावित होता है और लोगों को ट्रैफिक की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

अगर नई सब्ज़ी मंडी को व्यवस्थित तरीके से बनाया गया तो यह सभी समस्याएं काफी हद तक खत्म हो सकती हैं, हालांकि इसके पुनर्निर्माण में कहीं भी कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था और सब्ज़ियों के वेस्ट को प्रोसेस करने की व्यवस्था की बात नहीं की गई है। नई सब्ज़ी मंडी प्रोजेक्ट में नए स्ट्रक्चर के साथ अगर आधुनिक विज़न भी होता तो शायद यह एक मिसाल बन सकता था।

Video Report on Sehore Vegetable Market

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  • Climate journalist and visual storyteller based in Sehore, Madhya Pradesh, India. He reports on critical environmental issues, including renewable energy, just transition, agriculture and biodiversity with a rural perspective.

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