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जानिए तीसरे रिवर लिंक प्रोजेक्ट में कौन-कौन सी नदियां जुड़ेंगी? 

यह ‘ग्राउंड रिपोर्ट’ के डेली मॉर्निंग पॉडकास्ट का 72वां एपिसोड है। सोमवार, 24 नवंबर को देश भर की पर्यावरणीय ख़बरों के साथ पॉडकास्ट में जानिए देश के तीसरे रिवर लिंक प्रोजेक्ट और मध्य प्रदेश में बाघों की मौत के बारे में।


मुख्य ख़बरें

वियतनाम में बाढ़ के चलते अब तक कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई।


ब्राज़ील में COP30 क्लाइमेट समिट में भारत ने मज़बूत रुख अपनाया, और डेवलप्ड नेशंस से कहा कि उनका क्लाइमेट एजेंडा डेवलपिंग नेशंस पर नहीं थोपा जा सकता। लाइक माइंडेड डेवलपिंग कंट्रीज़ (LMDCs) को रिप्रेज़ेंट करते हुए, भारत ने दोहराया कि डेवलपिंग देश अमीर देशों द्वारा ऐतिहासिक रूप से किए गए एमिशन को कम करने का बोझ नहीं उठा सकते। भारत ने पेरिस एग्रीमेंट के फ्रेमवर्क को कमज़ोर करने या पलटने की कोशिशों के खिलाफ़ चेतावनी दी। 


UN की वाइल्डलाइफ ट्रेड बॉडी, कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड इन एंडेंजर्ड स्पीशीज़ ऑफ़ वाइल्ड फौना एंड फ्लोरा (CITES) के सेक्रेटेरिएट ने रविवार (23 नवंबर) को अपनी पिछली सिफारिश को पलट दिया, जिसमें भारत से एंडेंजर्ड जानवरों को इम्पोर्ट करने के लिए परमिट जारी न करने को कहा गया था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ सिफारिश को पलटने का फैसला तब लिया गया जब भारत, अमेरिका, जापान और ब्राजील समेत कई देशों ने कहा कि यह कदम बहुत जल्दी उठाया गया है, और भारत में गैर-कानूनी इम्पोर्ट का कोई सबूत नहीं है।


पंजाब और हरियाणा में खेत में आग लगने की घटनाओं में भारी गिरावट देखी गई। लेकिन दिल्ली-NCR का पॉल्यूशन लेवल खतरनाक रूप से ज़्यादा बना हुआ है, जिसमें NCR के कई शहर पॉल्यूशन चार्ट में सबसे ऊपर हैं। दिल्ली में AQI 391 “बहुत खराब” कैटेगरी में रिकॉर्ड किया गया और आने वाले दिनों में भी इसके इसी तरह प्रदूषित रहने की उम्मीद है। ट्रांसपोर्ट से होने वाला एमिशन एक बड़ा हिस्सा बना रहा, शनिवार को लगभग 14% पॉल्यूटेंट इसी से निकले। 


पराली जलाने के मामले में मध्य प्रदेश देश में टॉप पर पहुंच गया है। कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग फ्रॉम स्पेस यानि क्रिम्स (CREAMS) के 22 नवंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में 11,925 पराली जलाने के मामले आए हैं। यह आंकड़ा पंजाब (5,076) से दोगुना है। इस साल देश के 10 ज़िले जहां सबसे ज्यादा पराली जली है, में से 7 ज़िले मध्य प्रदेश के हैं। 


दिल्ली के नेशनल ज़ूलॉजिकल पार्क में सियारों का एक झुंड अपने बाड़े से भाग गया, जिसके बाद अंदरूनी जांच और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। एक सियार को रविवार सुबह वापस लाया गया, जबकि दो से तीन अभी भी बाड़े के बाहर हैं।


तमिलनाडु ने एमके स्टॅलिन ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर धान खरीदी के नियमों में ढील देने और राज्य का प्रोक्योरमेंट टार्गेट बढ़ाने की अपील की है। दरअसल कावेरी नदी का भरपूर पानी और खेती बढ़ने की वजह से तमिलनाडु में बहुत ज़्यादा धान की फसल हुई है। इससे स्टोरेज और खरीद का गंभीर संकट पैदा हो गया है। अकेले डेल्टा जिलों से ही लगभग 6.2 लाख टन धान खरीद केंद्रों में भरा गया है। राज्य अब केंद्र से खरीद के नियमों और नमी के स्टैंडर्ड में ढील देने की अपील कर रहा है ताकि किसान बिना नुकसान के अपनी फसल बेच सकें।


एक नई स्टडी में बिहार के छह ज़िलों में टेस्ट किए गए हर दूध पिलाने वाली माँ के ब्रेस्ट मिल्क में यूरेनियम पाया गया है। पहले से ही हेवी मेटल कंटैमिनेशन से जूझ रहे इस इलाके में बच्चों की हेल्थ को लेकर चिंता बढ़ गई है। रिसर्चर्स ने भोजपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, कटिहार और नालंदा ज़िलों में 17 से 35 साल की 40 माँओं के ब्रेस्ट मिल्क सैंपल्स को एनालाइज़ किया।


मध्य प्रदेश में इस बार सरकार 2600 रु प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदेगी। मुख्यमंत्री ने सागर में इस कार्यक्रम के दौरान इसकी घोषणा की। केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के लिए इस बार 2585 रु प्रति क्विंटल एमएसपी तय की गई है।


मध्य प्रदेश के खंडवा में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार किसान पर 3 लाख का कर्ज था।


मध्य प्रदेश में दो महीने में कम से कम आठ बाघ मारे गए। इनमें से कुछ का शिकार किया गया। इस साल जनवरी से अब तक शावकों समेत करीब 46 बाघों की मौत हो चुकी है।

विस्तृत चर्चा 

मप्र में रिवर लिंक परियोजना (पल्लव जैन के साथ)

देश की तीसरी रिवर लिंक परियोजना मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच आकार ले सकती है।

परियोजना का विवरण: मध्य प्रदेश और यूपी के बीच पन्ना से सतना के मझगवां के बीच 110 कि.मी. लंबी नहर बनाने पर सहमति बनी है। यह केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के बाद तीसरी बड़ी परियोजना होगी।

जल प्रवाह: केन नदी का 250 मिलियन क्यूबिक मीटर (MCM) पानी मंदाकिनी नदी में प्रवाहित किया जाएगा। पन्ना जिले में केन नदी पर पाटने अबेर नामक स्थान पर एक छोटा बांध बनाया जाएगा, जहां से 110 किमी लंबी नहर सतना जिले के मजगांव तहसील में दौरी सागर बांध एरिया के कैचमेंट तक पहुंचेगी।

चित्रकूट (जो एक तीर्थ स्थल है) में भक्तों को साफ पानी मिलेगा। मध्य प्रदेश की 18,000 हेक्टेयर और उत्तर प्रदेश की 20,000 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होने की क्षमता बढ़ जाएगी। दौरी सागर बांध पर 25 मेगावाट का हाइड्रो पावर प्लांट भी बनेगा।

लागत और वित्तपोषण: प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग 4000 करोड़ रुपये है। इसका 90% फंड केंद्र सरकार से मिलेगा और 10% दोनों राज्य मिलकर देंगे।

पर्यावरण चिंताएं: एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजेश अरोड़ा के अनुसार अभी केवल प्रस्ताव बना है और डीपीआर पर काम चल रहा है। हालांकि, इस परियोजना को लेकर पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव (Environmental Impacts) को समझने में वक्त लगेगा, खासकर इसलिए क्योंकि यह उसी क्षेत्र (चंबल/बुंदेलखंड) में आ रही है जहां पहले से ही केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के कारण बायोडायवर्सिटी रिजर्व को नुकसान पहुंचने की रिपोर्टिंग हुई है। अचानक नदियों को जोड़ने से उस इलाके की इकोलॉजी और पारिस्थितिक तंत्र (ecosystem) में बदलाव आएगा। राज्यों के बीच पानी के बंटवारे को लेकर मतभेद हो सकते हैं, जैसा कि अन्य बड़ी नदी परियोजनाओं (जैसे नर्मदा) में भी देखा गया है।


मध्य प्रदेश में बाघों की मौत (चंद्रप्रताप तिवारी के साथ)

मध्य प्रदेश में बाघों की मौत एक गंभीर चिंताजनक प्रवृत्ति (serious trend) बनी हुई है। मध्य प्रदेश में अब तक कम से कम 46 बाघों की मौत (शावकों सहित) हो चुकी है। इनमें शिकार (poaching), संघर्ष (conflict) और क्षेत्रीय लड़ाई (territorial fights) शामिल हैं।

तुलना और वितरण: मध्य प्रदेश में देश भर में सबसे ज्यादा बाघ हैं। लेकिन यहां 46 से 48 मौतें हुई हैं, जबकि अगले राज्य महाराष्ट्र में यह संख्या केवल 22 से 23 है। मौतें मुख्य रूप से सतपुड़ा, कान्हा और पेंच क्षेत्रों में केंद्रित हैं। हालिया आठ घटनाओं में से चार कान्हा टाइगर रिजर्व की सीमाओं के भीतर हुईं।

पोचिंग पर विरोधाभास: वन अधिकारियों ने दावा किया है कि कोई अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय नहीं है। हालांकि, जुलाई 2025 (संजय डुबरी का मामला) में हुई एक मौत के पीछे ताशी शेरपा नामक वाइल्ड लाइफ क्रिमिनल को जिम्मेदार ठहराया गया था, जिसे इंटरपोल ने फ्लैग किया था, जिससे आधिकारिक बयान विरोधाभासी हो जाता है।

आंतरिक संचार: वन विभाग में आंतरिक संचार बहुत कमजोर है; अधिकारियों को मीडिया रिपोर्ट्स के माध्यम से बाघों की मौत की जानकारी मिलती है।

मृत्यु दर में वृद्धि: साल-दर-साल बाघों की मृत्यु में अचानक वृद्धि देखने को मिली है। 2021 में 33-36, 2023 में 43, 2024 में 46, और 2025 में नवंबर तक 46-48 मौतें हो चुकी हैं।

चंद्र प्रताप तिवारी द्वारा लिस्नर्स को जॉइनिंग द डॉट्स (Joining the Dots) नामक रिपोर्ट पढ़ने की सलाह दी गई है, जो एनटीसीए की वेबसाइट पर उपलब्ध है और बाघों तथा इंसानों के जीवन में उनके महत्व को बताती है।

यह था हमारा डेली मॉर्निंग पॉडकास्ट। ग्राउंड रिपोर्ट में हम पर्यावरण से जुडी हुई महत्वपूर्ण खबरों को ग्राउंड जीरो से लेकर आते हैं। इस पॉडकास्ट, हमारी वेबसाईट और काम को लेकर आप क्या सोचते हैं यह हमें ज़रूर बताइए। आप shishiragrawl007@gmail।com पर मेल करके, या ट्विटर हैंडल @shishiragrawl पर संपर्क करके अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।

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Support Ground Report to keep independent environmental journalism alive in India

We do deep on-ground reports on environmental, and related issues from the margins of India, with a particular focus on Madhya Pradesh, to inspire relevant interventions and solutions. 

We believe climate change should be the basis of current discourse, and our stories attempt to reflect the same.

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