मध्य प्रदेश राज्य में रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व ‘नौरादेही’ को चीतों को रखने के लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी हैl जानकारी के अनुसार अब मध्य प्रदेश राज्य में ही चीतों को रखा जायेगा l
राज्य के नौरादेही अभयारण्य (सागर-दमोह जिलों में फैला) को देश में चीतों के लिए तीसरा उपयुक्त स्थल चुन लिया गया है। इस दिशा में National Tiger Conservation Authority (एनटीसीए) ने मंजूरी दे दी है और प्रारंभिक तैयारियों के लिए केंद्र से निधि भी जारी कर दी गई है।
एनटीसीए व वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (WII) द्वारा किए गए अध्ययन में नौरादेही की वन-भूमि, खुली घासभूमि (ग्रासलैंड), शिकार प्राणी तथा मानवीय हस्तक्षेप कम होने जैसे कारकों को विशेष रूप से उपयुक्त माना गया है।
नौरादेही में घास का स्तर, खुली परिदृश्य और पहले से मौजूद शिकार प्राणी जैसे चीतल, नीलगाय आदि चीतों के रहने व प्रे बेस ( शिकार उपलब्धता) अनुकूल पाए गए है। प्रस्तावित तौर पर नौरादेही के सिंघपुर, मोहली और झापन रेंजों को चीतों के लिए विकसित किया जाना है। इन क्षेत्रों में क्वारंटाइन, सॉफ्ट रिलीज एरिया, फेंसिंग व अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जा रहे है। केंद्र द्वारा प्रारंभिक राशि के रूप में 4 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके है और जल्द ही 3 करोड़ रुपये मिलेंगे।
देश में चीतों की पुनर्स्थापना की पहल Project Cheetah के अंतर्गत पहली बार कूनो राष्ट्रीय उद्यान (मध्य प्रदेश) में चीतों को उतारा गया था। अब नौरादेही को तीसरे स्थल के रूप में चुना गया है, जिससे चीतों का प्रसार देश के अन्य हिस्सों में बढ़ सकेगा। वहीं 2026 में दक्षिण अफ्रीका या बोत्सवाना से नई खेप की संभावना भी जताई जा रही है।
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