मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत सोलर रूफटॉप लगाने वाले लाभार्थियों को सब्सिडी का वितरण शुरू कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम में पात्र परिवारों को सब्सिडी की राशि सौंपी गई। इस योजना का उद्देश्य है कि आम नागरिक अपनी छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन करें और घरेलू उपयोग के साथ अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में सप्लाई कर आय भी अर्जित करें।
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का असर मालवा-निमाड़ क्षेत्र में 1000 से अधिक उपभोक्ताओं ने अपने घरों की छत पर रूफटॉप सोलर संयंत्र स्थापित किए हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, अब तक इस क्षेत्र में 42 हजार से अधिक स्थानों पर रूफटॉप सोलर संयंत्र लगाए जा चुके है।
पिछले वर्ष से लागू प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत मालवा-निमाड़ में अब तक 24 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं को लाभ मिल चुका है। सरकार ने इन लाभार्थियों को सोलर संयंत्र लगाने के लिए 180 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी वितरित की है।
राज्य सरकार का कहना है कि इस योजना से प्रदेश में हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा और पारंपरिक ऊर्जा पर निर्भरता घटेगी। वही इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री के ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को पूरा करने में मील का पत्थर साबित होगी।
कार्यक्रम में अधिकारियों ने बताया कि लाभार्थियों को आवेदन के बाद निर्धारित प्रक्रिया पूरी करने पर सीधे उनके बैंक खातों में सब्सिडी की राशि जमा की जा रही है। इससे पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और योजनाओं में बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी।
सौर ऊर्जा विशेषज्ञों के मुताबिक, योजना के लागू होने से बिजली बिलों में भारी कमी आएगी और लोगों को लंबी अवधि में आर्थिक लाभ मिलेगा। साथ ही, प्रदूषण रहित ऊर्जा उत्पादन से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना क्या है ?
केंद्र सरकार द्वारा नई और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) के तहत चलाई जा रही प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का उद्देश्य भारत में घरों में सौर ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देना और उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में राहत देना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फरवरी 2024 को इस योजना की घोषणा की थी। पहले इसे PM Suryodaya नाम से शुरू किया गया था, बाद में इसे प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना नाम दिया गया। इस योजना के तहत भारत सरकार का लक्ष्य, एक करोड़ (1,00,00,000) घरेलू घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगवाना और उन घरों को प्रतिमाह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मुहैया कराना है।
सरकार ने इस योजना के लिए लगभग 75,021 करोड़ रूपये का बजट आवंटित किया है। लाभार्थियों को एकमुश्त सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएगी, साथ ही 1-3 किलोवाट (kW) तक की क्षमता वाली रूफटॉप प्रणाली पर मदद मिलेगी।
अब तक कितनो को मिला लाभ ?
एक रिपोर्ट के अनुसार जुलाई 2025 तक 15.76 लाख परिवारों ने इस योजना का लाभ लिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केवल सौर योजना के तहत 16.78 लाख (1,678,000) घरों को बिजली सहायता दी गई है, और इसके लिए लगभग 9,000 करोड़ रुपये राशि जारी की गयी है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में जुलाई 2025 तक केवल 627 मेगावाट की रूफटॉप सोलर क्षमता स्थापित हो पाई है, जो अन्य बड़े राज्यों की तुलना में काफी कम है।
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