धार जिले के बिल्दा गांव के साप्ताहिक बाजार में शुक्रवार दोपहर एक पटाखा दुकान में लगी आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया। यह हादसा करीब दो बजे हुआ जब बाजार में सामान्य चहल-पहल चल रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक बच्चा पटाखों के पास खेलते हुए गलती से चिंगारी फैला बैठा, जिससे दुकान में रखे पटाखे भड़क उठे। कुछ ही पलों में तेज धमाकों की आवाज गूंजने लगी और आग ने आसपास की दुकानों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया। अफरातफरी और भगदड़ के बीच लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। दुकानों के सामने खड़ी एक बाइक भी आग की चपेट में आ गई।
आग की लपटें इतनी तेज थीं कि देखते ही देखते बाजार का एक बड़ा हिस्सा जल उठा। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक करीब 20 दुकानें और पांच आवासीय मकान पूरी तरह खाक हो गए। दुकानदारों को बिना सामान उठाए अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। इस भीषण आग से लगभग 50 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
स्थानीय व्यापारी शब्बीर बोहरा ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि लोगों को कुछ समझने या संभलने का मौका ही नहीं मिला। दमकल विभाग को सूचना मिलते ही कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। स्थानीय लोगों की मदद से करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद शाम साढ़े चार बजे आग पर काबू पाया जा सका।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस घटना में कम से कम छह लोग झुलस गए। इनमें मालसिंग पिता मोहन (45 वर्ष), संतुबाई (42 वर्ष) और कालू पिता थावरिया (55 वर्ष) को गंभीर स्थिति में धार जिला अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टर भव्या वास्केल के अनुसार, तीनों की हालत फिलहाल स्थिर है। अन्य तीन घायलों डेबर सिंह (55 वर्ष), मेह सिंह (35 वर्ष) और सारीबाई को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, तहसीलदार और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। गंधवानी थाना प्रभारी प्रदीप खन्ना ने बताया कि समय पर प्रतिक्रिया न दी गई होती तो नुकसान और बड़ा हो सकता था। फिलहाल प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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