मध्य प्रदेश में ठंडी हवायें चल रही है। तापमान तेज़ी से गिर रहा है। कई ज़िलों में इस मौसम का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया, फिर भी ज़्यादातर स्कूल सुबह जल्दी खुल रहे है। सुबह भोपाल के कुछ हिस्सों में कोहरा छाया रहा। शनिवार और रविवार की रात शहर का तापमान 6.4°C तक पहुंच गया। इंदौर में भी यही तापमान रहा। जबलपुर में 8.5°C और ग्वालियर में 10.1°C तापमान दर्ज किया गया।
मध्य प्रदेश में ठंड का असर जल्दी
ग्वालियर ने 1 नवंबर से स्कूलों का समय बदल दिया है और अब कक्षाएं सुबह 8 बजे के बाद शुरू होती है। छिंदवाड़ा में सबसे जल्दी सुबह 8:30 बजे स्कूल खुलने का समय तय किया गया है। देवास कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने सभी स्कूलों को सुबह 10 बजे खोलने का आदेश दिया है। झाबुआ कलेक्टर नेहा मीणा ने नर्सरी से तीसरी कक्षा तक के स्कूल सुबह 9 बजे के बाद और उच्चतर कक्षाएं सुबह 8 बजे के बाद खोलने का आदेश दिया है।
भोपाल और इंदौर में, ज़्यादातर स्कूल अभी भी सुबह 7:30 बजे खुलते है। सुबह 6.30 बजे से वैन और बसें चलना शुरू हो जाती है। भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा, ज़िला शिक्षा अधिकारी से बात करने के बाद समय बढ़ाया जाएगा। इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि अभी तक ठंडे दिन की स्थिति नहीं है, लेकिन ठंड बढ़ने पर निर्णय लिया जाएगा।
उज्जैन में, एडीपीसी गिरीश तिवारी ने कहा कि अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। परिवारों को उम्मीद है कि ठंड बढ़ने से पहले कोई स्पष्ट निर्णय लिया जाएगा।
छिंदवाड़ा में नवंबर के मध्य में सामान्य से ज़्यादा ठंड पड़ रही है। शनिवार रात ज़िले का तापमान 9.2°C तक पहुंच गया। ग्रामीण इलाकों में तापमान 7.5°C तक गिर गया। उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर से आने वाली हवायें मैदानी इलाकों में तेज़ ठंड लेकर आईं है। हर सुबह सूरज निकलता है, लेकिन दिन के शुरुआती घंटों में ज़्यादा राहत नहीं मिलती है।
अब बाज़ार जल्दी ही गर्म चाय पीने वालों से भर जाते है। कुछ लोग सड़क किनारे आग के पास बैठते है। ग्रामीणों का कहना है कि इस साल ठंड जल्दी आ गई। सुबह की सैर करने वाले लोग धूप का इंतज़ार करते है। डॉक्टर बुज़ुर्गों और बच्चों को बीमारी से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने की सलाह दे रहे है।
राजगढ़ लगातार दस दिनों तक सबसे ठंडा ज़िला रहा है। रविवार को तापमान 6°C तक पहुंच गया। शाजापुर के गिरवर में भी यही तापमान रहा है । शहडोल के कल्याणपुर में तापमान 6.2°C के आसपास रहा है । भोपाल और इंदौर में तापमान 6.4°C रहा है । राज्य में उत्तरी बर्फबारी का असर दिख रहा है और अगले 48 घंटों में तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है।
23 जिलों में शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है। रात के तापमान में और गिरावट आ सकती है और हवाएँ तेज़ हो सकती हैं। कई परिवारों को चिंता है कि स्कूलों का समय जल्दी करने से आने वाले दिनों में जोखिम बढ़ जाएगा। राज्य भर में त्वरित प्रशासनिक निर्णयों की माँग बढ़ रही है।
मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान
17 नवम्बर के आंकड़ों के अनुसार वहीं अलग अलग जिले में तापमान भी अलग रहा है l
| शहर | Maximum (ज्यादा ) | Minimum (कम ) |
| भोपाल | 25.5 | 5.2 |
| इंदौर | 25.9 | 7.2 |
| ग्वालियर | 27.8 | 9.8 |
| उज्जैन | 27.7 | 9.6 |
| जबलपुर | 25.7 | 9.3 |
प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट व सुझाव
आईएमडी ने विशेष सुझाव दिए हैं कि ठंड की वजह से फ्लू, सर्दी, नाक बहना जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। शारीरिक थकान, कंपकँपी, या त्वचा में सुनापन आना हाइपोथर्मिया (अत्यधिक ठंड के कारण शरीर का तापमान बहुत नीचे जाना) या फ्रोस्टबाइट का संकेत हो सकता हैl ऐसे मामलों में तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेना जरूरी है।
मौसम विभाग ने यह भी सुझाव दिया है कि इस अवधि के दौरान बाहरी गतिविधियों को कम करना चाहिए, गर्म कपड़े पहनें, सिर-गर्दन-हाथों-पैरों को अच्छी तरह ढकें, और अगर बारिश वाले क्षेत्रों (जैसे तमिलनाडु-केरल) में है l तो फसल, पशुधन व मछली पालन में विशेष सावधानी बरतें।
कृषि व अन्य असर
ठंड के साथ-साथ, कृषि क्षेत्र में भी असर देखने को मिल सकता है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान व हरियाणा के किसानों को सलाह दी गयी है कि शाम को हल्की-हल्की सिंचाई करें, तरूण पौधों को स्ट्रॉ या पॉलिथीन शीट से ढकें, ताकि मिट्टी का तापमान बनाए रखा जा सके।
आईएमडी ने बताया है कि उत्तर-पश्चिम, मध्य व पूर्व भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा। इसलिए ठंड लगातार बनी रहने की संभावना है l नागरिकों, किसानों व अन्य हितधारकों को इस अवधि में आवश्यक तैयारियों के साथ सतर्क रहने की जरूरत है।
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